डोमेन नाम क्या है – डोमेन नाम (Domain Name) , वह पता है जिसे लोग आपकी वेबसाइट (Website) खोजने के लिए ब्राउज़र के एड्रेस बार में टाइप करते हैं इसे अक्सर “वेब पता” भी कहा जाता है। कोई भी पंजीकृत डोमेन नाम (Registered Domain Name) उसके लिए यूनीक होता है जो इसको खरीदता है और इसका उपयोग कोई और नहीं कर सकता है, क्योंकि यह इंटरनेट पर उसी तरह कार्य करता है जैसे भौतिक दुनिया में एक घर का पता।
उदारहण के लिए ताजमहल (Tajmahal) या बुर्ज खलीफा (Burj Khalifa) का एक पता है जिसके जरिए हम इनके पास जा सकते हैं और दुनिया में इनका केवल एक ही पता होता है।
ठीक उसी प्रकार “galaxytechtips.in” और “galaxytechtips.com” डोमेन हैं, और इनका प्रयोग करके हम इनकी वेबसाइट को आसानी से एक्सेस कर सकते हैं।
आपको डोमेन नाम की आवश्यकता क्यों होती है ?
किसी भी व्यवसाय (Business), संगठन या व्यक्ति को ऑनलाइन अपनी उपस्थिति स्थापित करने या अलग पहचान बनाने के लिए एक डोमेन की आवश्यकता होती है। डोमेन नाम, वेबसाइट और ईमेल पतों का जोड़ आपकी ऑनलाइन एक विशिष्ट पहचान बनाता है। साथ ही यह आपके ब्रांड, संगठन या व्यवसाय की विश्व में विश्वसनीयता बनाने, जागरूकता बढ़ाने एवं आपके ट्रेडमार्क और कॉपीराइट की रक्षा करने में मदद करता है।
डोमेन नाम के प्रकार
टॉप लेवल डोमेन (TLD) प्रत्यय (Suffix) या डोमेन नाम के अंतिम भाग को संदर्भित करता है। पूर्वनिर्धारित प्रत्ययों (Suffixes) की एक सीमित सूची है जिसमें शामिल हैं:
- .com – कमर्शियल बिजनेस (सबसे आम TLD)
- .org – संगठन (आमतौर पर, गैर-लाभकारी)
- .gov – सरकारी एजेंसियां
- .edu – शैक्षणिक संस्थान
- .net – नेटवर्क संगठन
- . info – सामन्य जानकारी
- .mil – सैन्य
टीएलडी (TLDs) को दो मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है: सामान्य टॉप लेवल डोमेन (gTLD) और कंट्री-कोड टॉप लेवल डोमेन (Country-Code Top Level Domain – cTLD)।
जेनेरिक टॉप लेवल डोमेन ( Generic Top Level Domain – gTLD) एक सामान्य टॉप लेवल डोमेन नाम है जो उस डोमेन वर्ग की पहचान करता है जिससे यह जुड़ा हुआ है (.com, .net, .info, .org, .edu, आदि)।
कंट्री कोड टॉप-लेवल डोमेन (Country-Code Top Level Domain – ccTLD) एक दो-अक्षर वाला डोमेन एक्सटेंशन है, जैसे कि .in, .uk या .us , जो किसी देश, भौगोलिक स्थान या क्षेत्र को सौंपा गया है।
एनटीएलडी (nTLD) नए टॉप लेवल डोमेन नामों को संदर्भित करता है जो ब्रांड संगठनों और सेवाओं के लिए तैयार हैं, क्योंकि वे अधिक अनुकूलित, फ्लेक्सिबल और प्रासंगिक हैं। एनटीएलडी (nTLD) के उदाहरणों में “.blog”, “.app”, “.ninja”, “.cool”, आदि शामिल हैं।
डोमेन और सबडोमेन में क्या अंतर है?
सबडोमेन मुख्य डोमेन का ही एक भाग या सबसेट होता है। जब आप मुख्य डोमेन (Main Domain) किसी कंपनी से रजिस्टर करवाते या खरीदते हैं तो उस डोमेन पर आपका संपूर्ण अधिकार होता है और आप उसके सबडोमेन बना सकते हैं।
उदाहरण के लिए “galaxytechtips.in” एक मुख्य डोमेन है और “blog.galaxytechtips.in” एक सबडोमेन जिसे मुख्य डोमेन का इस्तेमाल करके बनाया गया है।
डोमेन (उदाहरण के लिए, oberlo.com ) वह वेब पता है जिसे आप डोमेन रजिस्ट्री से खरीदते हैं। उप डोमेन (उदाहरण के लिए, blog.oberlo.com ) एक डोमेन का एक सबसेट है जिसे एक डोमेन स्वामी द्वारा बनाया जा सकता है।
एक डोमेन नाम का चयन कैसे करें?
नाम सरल और छोटा रखें – लंबे और जटिल (कठिन) डोमेन नाम (Domain Name) याद रखने में दिक्कत पैदा करते हैं इसीलिए ऐसा नाम चुनें जिसे आसानी से याद रखा जा सके। ज्यादा से ज्यादा 14 डिजिट का नाम ही चुनें इससे अधिक बड़ा नहीं।
ऐसा नाम चुनें जो टाइप करने और बोलने में आसान हो – अगर लोगों को इसे सही ढंग से बोलने या उच्चारण करने में कठिनाई होती है, तो लोगों को नाम याद रखने में कठिनाई होगी और यह आपके ब्रांड को नुकसान पहुंचाएगा।
ऐसा नाम चुनें जो इशारा करे कि आपका व्यवसाय क्या करता है – आपको ऐसा डोमेन नाम (Domain Name) का चुनाव करना चाहिए जो आपके व्यावसाय के बारे में बताता हो साथ ही ये भी ध्यान रखें कि नाम बड़ा न हो। उदाहरण के लिए : hostinger.com, यह छोटा होने के साथ ही होस्टिंग के व्यवसाय के बारे में भी इशारा कर रहा है।
ऐसा डोमेन नेम चुनें जो बाद में ब्रांड में बदला जा सके – आपको अपने डोमेन नाम में संख्याओं (Numbers) और हाइफ़न (Hyphens) को इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इन्हें याद रखना बहुत मुश्किल होता है, ये जबरदस्ती का सिरदर्द लेने के जैसा ही होगा। साथ ही ऐसे शब्दों का चयन करें जिसे बाद में ब्रांड में बदला जा सके।
ऐसे नामों से बचें जो मौजूदा किसी भी ब्रांड से मेल खाते हों और अगर आपको लगता है कि किसी ब्रांड से मेल खाते हुए नाम के साथ आप जल्दी सफ़लता प्राप्त कर लेंगे तो आप गलत हैं। किसी भी ब्रांड से मिलता जुलता नाम आपको मुश्किल में डाल सकता है क्योंकि इनके कापीराइट एवं ट्रेडमार्क गवर्नमेंट द्वारा सुरक्षित होते हैं।
इन टॉप लेवल डोमेन (TLDs) का इस्तेमाल करें – आपको सबसे पहले सबसे प्रचलित “.com” एक्सटेंशन को खोजना चाहिए अगर वह उपलब्ध नहीं है तो “.net” या कोई भी पॉपुलर एक्सटेंशन को चुनना चाहिए। और यदि आपका व्यवसाय किसी खास देश को टार्गेट करता है तो आपको कंट्री-कोड टॉप लेवल डोमेन (Country-Code Top Level Domain) का इस्तेमाल करना उचित रहेगा। उदाहरण के लिए अगर आपका व्यवसाय भारत को टार्गेट करता है तो आपको “.in” डोमेन नेम का चयन करना चाहिए।
आप एक डोमेन नाम कहां से खरीद सकते हैं?
कोई भी डोमेन नाम रजिस्टर करने के लिए आपको सालाना शुल्क का भुगतान करना होता है। जब पंजीकरण (Registration) की अवधि समाप्त हो जाती है, तो आपको नवीनीकरण (Renew) करने का विकल्प दिया जाएगा। यदि आप डोमेन का नवीनीकरण (Renew) नहीं करते हैं, तो इसे दूसरों को उपलब्ध करा दिया जाएगा।
वैसे तो वेब दुनिया में काफी रजिस्ट्रार (Registrar) हैं, लेकिन Domain.com और Namecheap शायद सबसे लोकप्रिय में से एक हैं। होस्टिंगर (Hostinger) से होस्टिंग (Hosting) खरीदने पर ये प्रो प्लान्स में फ्री डोमेन देते हैं। अगर आप बिजनेस या ब्लॉग के लिए डोमेन खरीदना चाहते हैं तो होस्टिंगर (Hostinger) से बेहतर और कोई विकल्प नहीं है क्योंकि ये होस्टिंग के साथ डोमेन फ्री देते हैं। इनकी होस्टिंग (Hosting) का इस्तेमाल करके आप आसानी से बिजनेस वेबसाइट या वर्डप्रेस ब्लॉग बना सकते हैं।
अगर आपका कोई सवाल है तो नीचे कमेन्ट में लिखें, हम उसका जवाब देने की कोशिश करेंगे।